Mon. Nov 4th, 2024
गुजरात में शराब तस्करी का नया तरीका देख पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम हैरान रह गई। शराब तस्करी का ये मामला वडोदार के नंदेसरी रोड का है। जहां महेश गोहिल नाम के शख्स ने शराब तस्करी के लिए घर के अंदर तहखाना बनाया हुआ था। उसने इस तहखाने का दरवाजा खोलने के लिए एक हाइड्रोलिक पंप लगाया हुआ था। पुलिस ने जब इस तहखाने का दरवाजा खोला तो उनके होश उड़ गए। गुजरात में शराब तस्करी का नया तरीका देख पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम हैरान रह गई। शराब तस्करी का ये मामला वडोदार के नंदेसरी रोड का है। जहां महेश गोहिल नाम के शख्स ने शराब तस्करी के लिए घर के अंदर तहखाना बनाया हुआ था। उसने इस तहखाने का दरवाजा खोलने के लिए एक हाइड्रोलिक पंप लगाया हुआ था। पुलिस ने जब इस तहखाने का दरवाजा खोला तो उनके होश उड़ गए।

गुजरात में शराब तस्करी का नया तरीका देख पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम हैरान रह गई। शराब तस्करी का ये मामला वडोदार के नंदेसरी रोड का है। जहां महेश गोहिल नाम के शख्स ने शराब तस्करी के लिए घर के अंदर तहखाना बनाया हुआ था। उसने इस तहखाने का दरवाजा खोलने के लिए एक हाइड्रोलिक पंप लगाया हुआ था। पुलिस ने जब इस तहखाने का दरवाजा खोला तो उनके होश उड़ गए। इस तहखाने के अदर 15 लाख रुपये कीमत की 14,172 से अधिक बोतलें भारतीय निर्मित विदेशी शराब की मिलीं। पुलिस ने इस मामले शराब तस्कर महेश गोहिल को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन उसके दो साथी अभी भी फरार हैं। गोहिल के खिलाफ पहले से ही 8 मामले दर्ज थे। अब पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस निरीक्षक एसडी रतड़ा ने बताया कि शराब तस्कर ने तहखाना इतनी अच्छी तरह से बनाया हुआ था कि किसी को भी उसकी मौजूदगी पर शक नहीं हो सकता था। उन्होंने टेक्नोलॉजी का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए शराब तस्कर की सराहना की।उन्होंने बताया कि यह तहखाना फर्श की टाइलों और एक हाइड्रोलिक पंप से जुड़े धातु के दरवाजे से ढका हुआ था। पंप पर लीवर को ऑपरेट करके तहखाने का दरवाजा खुल जाता था। रतड़ा ने बताया कि यह हाइड्रोलिक पंप तकनीक उनके लिए पहली बार है। पुलिस अब जांच कर रही है कि गोहिल ने तहखाना कैसे बनाया और वह कब से इसका इस्तेमाल शराब छिपाने के लिए कर रहा था।

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