Sat. Jul 27th, 2024
अबु धाबी के शाही परिवार की दौलत जानकर उड़ जाएंगे होश UAE के 7 अमीरातों में से एक है अबू धाबीअबु धाबी के शाही परिवार की दौलत जानकर उड़ जाएंगे होश UAE के 7 अमीरातों में से एक है अबू धाबी

दुनियां बहुत से ऐसे किस्से हैं जिसे हम अभी तक जान नहीं पाए हैं | एक ऐसा ही किस्सा दुनियां के सबसे अमीर परिवार का है | इस परिवार को दुनिया का सबसे अमीर परिवार घोषित किया गया है और इस परिवार का नाम अल नाहयान परिवार है | संयुक्त अरब अमीरात का यह परिवार आज पूरी दुनियां में सुर्खियां बटोर रहा है | आपको बता दें कि संयुक्त अरब अमीरात 7 अमीरात से मिलकर बना है | इसलिए 7 प्रांतों के समूह को संयुक्त अरब अमीरात कहते हैं और अंग्रेजी में इसे यूनाइटेड अरब अमीरात यानि यूएई के नाम से जानते हैं | यह 7 अमीरात अपने आप में ही एक मिसाल हैं और इनके नाम कुछ इस प्रकार से हैं | अबू धाबी, दुबई, शारजाह, अजमान, उम्म अल क्वैन, रास अल खैमा और फुजैराह |

1960 के दशक में शुरू होती है अल नाहयान परिवार की कहानी | इसी दशक में UAE में तेल मिला, उस समय ज़ायद बिन सुल्तान अल नहयान अबू धाबी के शासक थे | उन्हीं ने सभी अमीरातों का एकीकरण किया और संयुक्त अरब अमीरात के नाम से एक देश बनाया | वह UAE के पहले राष्ट्रपति बने | यूएई में शेख़ ज़ायद बिन सुल्तान अल नहयान को ‘राष्ट्रपिता’ भी कहा जाता है | फिर 2004 में उनके बेटे शेख़ ख़लीफ़ा बिन ज़ायद अल नाहयान UAE के प्रेसिडेंट चुने गए | उन्हीं के नाम पर दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज ख़लीफ़ा का नाम रखा गया है | साल 2022 में शेख खलीफा के छोटे भाई, शेख़ मोहम्मद बिन ज़ायद अल नाहयान को UAE का प्रेसिडेंट चुना गया | इन्हें MBZ नाम से भी जाना जाता है |

1960 के दशक में तेल की खोज के बाद इस इलाके की दशा बदलने लगी | अबु धाबी के उस समय के शासक शेख ज़ायद बिन सुल्तान अल नाहयान एक दूरदर्शी व्यक्ति थे | उन्हें अंदाज़ा हो गया था कि तेल के कारोबार में कितना पैसा है | इसलिए उन्होंने देश में सड़कें, अस्पताल और इमारतें बनवानी शुरू कीं | खुद भी कमाया और आम लोगों को भी पैसे कमाने के खूब मौके दिलवाए | तेल की खोज होने के बाद से ही शेख ज़ायद बिन सुल्तान ने यहाँ डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स शुरू कर दिए थे | जैसे-जैसे दुनिया आगे बढ़ी वैसे-वैसे तेल की मांग भी बढ़ी और यूएई का सिक्का पूरी दुनिया में चल निकला | इस बीच अरब देशों में कई विवाद भी हुए | पर यूएई ने अपने आपको बचाकर रखा | 2011 का अरब स्प्रिंग हो या पर्शियन गल्फ में बढ़ता तनाव, यूएई ने सभी मुद्दों को बखूबी संभाला |

महलों के राजा और महलों की रानी वाली कहानी तो हम सभी से सुनी है लेकिन कसर अल वतन महल कहानी में नहीं बल्कि हक़ीक़त में हैं | इस महल के कन्स्ट्रक्शन में सोने का इस्तेमाल किया गया है | 94 एकड़ में फैले इस बड़े गुंबद वाले महल में 3 लाख 50 हजार क्रिस्टल से बना एक झूमर और कई बेशकीमती ऐतिहासिक कलाकृतियां हैं | ये महल आकार में अमेरिका के पेंटागन से तीन गुना बड़ा है | आपको बड़ा दें की यूएई में ही नहीं बल्कि इस परिवार की संपत्तियां लंदन और पेरिस जैसे शहरों में भी हैं | इस परिवार की लंदन के सबसे पॉश इलाके में संपत्ति होने के कारण ही इसके मुखिया को ‘लैंडलॉर्ड ऑफ लंदन’ तक कहा जाता था |

अबू धाबी शासक के छोटे भाई शेख हमद बिन हमदान अल नाहयान के पास 700 से अधिक कारों का कलेक्शन है, जिसमें दुनिया की सबसे बड़ी एसयूवी के साथ पांच बुगाटी वेरॉन, एक लेम्बोर्गिनी रेवेंटन, एक मर्सिडीज-बेंज सीएलके जीटीआर, एक फेरारी 599XX और एक मैकलेरन एमसी12 जैसी कारें शामिल हैं | यही नहीं बल्कि एलन मस्क की स्पेस X, मशहूर सिंगेर रिहाना के ब्यूटी ब्रांड फेंटी और फुटबॉल क्लब मेनचेस्टर में भी इनकी हिस्सेदारी है और साथ ही ये परिवार पूरी दुनिया के तेल उत्पादन का 6 प्रतिशत हिस्से का मालिक भी है | 2015 में न्यूयॉर्कर की एक रिपोर्ट आई थी, इसके मुताबिक, दुबई के शाही परिवार के पास ब्रिटिश शाही परिवार के बराबर संपत्ति थी | 2008 में, MBZ यानि अभी वाले प्रसीडेंट ने मैनचेस्टर सिटी फुटबॉल क्लब को 2122 करोड़ रूपए में खरीदा. कंपनी के पास सिटी फुटबॉल ग्रुप का 81 प्रतिशत हिस्सा भी है जो मैनचेस्टर सिटी, मुंबई सिटी, मेलबर्न सिटी और न्यूयॉर्क सिटी फुटबॉल क्लब भी संचालित करता है |

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *