बात अगर स्वच्छता की हो तो सबसे पहले नाम राष्ट्र पिता महात्मा गांधी जी का ही आता है क्योंकि स्वच्छ भारत अभियान का सबसे बड़ा चेहरा वही हैं। अब ऐसे में अयोध्या में होने जा रहे राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा को लेकरके प्रत्येक दिन कई रोचक बातें और कहानियां देखने को और सुनने को मिल रही हैं। दूर-दूर से उपहार भेजे जा रहें हैं, दान आ रहे हैं, विदेशों से भक्त आ रहे हैं और पूरे देश को ही नही बल्कि पूरे विश्व को इस प्राण- प्रतिष्ठा का इंतज़ार है।आयोजन को अविस्मरणीय बनाने के लिए मंदिरों, देवालयों में स्वच्छता अभियान शुरू कर चुकी भाजपा ने 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अपने सभी सांसदों, विधायकों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को किसी न किसी मंदिर पर विशेष आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी है।
इस पवित्र अवसर पर उन्हें तय मंदिर में स्वच्छता, साज-सज्जा तो करनी ही होगी। प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सजीव प्रसारण लोगों को सुलभ कराने के लिए मंदिर परिसर में एलईडी स्क्रीन लगवानी होगी। समारोह का सजीव प्रसारण देखने के लिए उन्हें एक दिन पहले आसपास के लोगों को सुबह 10 बजे मंदिर परिसर में आने के लिए आमंत्रित करना होगा। मंदिर परिसर में राम मंदिर के प्रतिरूप, रोली, अक्षत, दीप आदि की व्यवस्था करनी होगी। उन्हें 22 जनवरी को तय समय पर विधिवत पूजन-अर्चन और आरती के आयोजन की व्यवस्था करनी होगी। सुबह 11 बजे से अयोध्या धाम में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सजीव प्रसारण जनता के साथ बैठकर देखना होगा।
भाजपा ने श्रद्धालुओं को उनके स्थल से अयोध्या लाने, वहां दर्शन कराने और इसके बाद उन्हें सकुशल घर पहुंचाने की जिम्मेदारी दी है। अयोध्या में दर्शन के लिए जाने वाले सभी श्रद्धालुओं को पहले परिचय पत्र दिया जाएगा। नियत तिथि पर अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को सूचीबद्ध किया जाएगा। सभी लोकसभा क्षेत्र/जिलों से विधानसभावार आने वाले श्रद्धालुओं की जानकारी तय प्रारूप में देनी होगी। अब देखना यह है की बीजेपी, वीएचपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह किस प्रकार से करेगी और कितने श्रद्धालुओं का दिल जीतेगी। वहीं कई लोग नाराज हैं तो कई लोग अभी भी निमंत्रण की आस लगाए हुए हैं।