वाराणसी। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को प्रभु श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में देशभर के संत, महात्मा, राजनेताओं के साथ फिल्मी हस्तियां शामिल होकर इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनेंगे। देशभर में श्री रामालला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर निमंत्रण पत्र बांटे जा रहे है। वही एक ऐसे परिवार को प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण पत्र मिला जिसे सुन सभी अचंभित है। यह परिवार कोई और नही मोक्ष की नगरी काशी का डोमराजा परिवार है। वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट पर रहने वाले डोम राजा परिवार अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने निमंत्रण पत्र उनके घर जाकर दिया। प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण पाकर बेहद ही भावुक हुए।काशी के डोम राजा परिवार को निमंत्रण देने के लिए उनके घर पहुंचे अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि काशी में सपत्नीक पहला आमंत्रण पत्र डोम राजापरिवार को दिया गया है। जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि श्री रामजन्म भूमि आंदोलन के दौरान 1994 में काशी में धर्म संसद का आयोजन किया गया था। काशी में आए हुए संत काशी के डोम राजा के घर भोजन पर पधारे थे। समाज में भेदभाव और छुआछूत जैसी विधाओं के खिलाफ संतो ने धर्म संसद के दौरान दिया था। एक बार फिर भगवान श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण देखकर उसी इतिहास को एक बार फिर जीवंत किया गया है।प्रभु श्री रामलला का निमंत्रण खुद किसी संत के द्वारा घर पर आकर देने को लेकर डोम राजा परिवार ने खुद के लिए सौभाग्य की बात कही है। डोम राजा परिवार के सदस्य अनिल चौधरी ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्री राम का दर्शन मिलना ही भाग्य की बात होता है। हमे तो मंदिर ट्रस्ट ने भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा के पूजन में शामिल करने का निमंत्रण मिला है। प्रभु श्री राम ने कभी किसी के साथ भेदभाव नही किया। अब प्रभु श्री राम की तरह ही समाज से सभी वर्ग के लोगो को प्राण प्रतिष्ठा में शामिल करना बेहद ही गौरव कर देने वाला है।