नए साल की शुरुआत होते ही समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं को एक नई जिम्मेदारी सौंप दिया है | पुराने साल में जो गलतियां हुई है उसको सुधारने की शुरुआत अब हो चुकी हैं | समाजवादी पार्टी अब नए साल में वोटर लिस्ट को दुरुस्त कराने पर जोर देगी। अखिलेश यादव की कोशिश है कि किसी तरह उनके समर्थक वोटरों के नाम लिस्ट से हट न जाएं। इसके लिए पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घर घर जाकर वोटर लिस्ट का मिलान कर सत्यापन करने का निर्देश दिया है। सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने सभी जिला और महानगर अध्यक्षों से कहा है कि वह अक्तूबर 2023 में प्रकाशित अनंतिम वोटर लिस्ट लेकर यह सुनिश्चित करें कि उसमें उनके समर्थक वोटरों के नाम हैं या नहीं। कहा गया है कि 27 अक्टूबर से नौ दिसंबर के बीच चले विशेष अभियान में जो नाम जोड़े गए, काटे गए और संशोधित किए गए नामों का घर-घर जाकर सत्यापन करवा लें। अगर वोटर लिस्ट में कोई गड़बड़ी मिलें तो उसकी सूचना दें और जरूरत के अनुसार नाम जोड़ने के लिए फार्म-6, नाम काटने के लिए फार्म-7 व संशोधित करने के लिए फार्म-8 ऑनलाइन अवश्य भरवाएं।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने कहा कि ‘चुनाव आयोग को 9 दिसंबर के बाद मतदाता सूची से काटे गए और जोड़े गए नामों की सूची जारी करनी चाहिए। हमने पहले भी चुनाव आयोग को 18 हजार वोटरों के नाम काटे जाने का प्रमाण दिया था लेकिन आयोग ने कुछ नहीं किया। यह सब लोकतंत्र के लिए नुकसान है। अब 22 जनवरी को वोटर लिस्ट जारी होनी है लेकिन जब वोटर को पता ही नहीं कि उसका नाम है या नहीं तो वह आपत्ति कैसे करेगा।’ अब इस मुहीम से कितना वोट समाजवादी पार्टी को मिलेगा ये तो वक़्त ही बताएगा |