शिमला के रामपुर के डकोल्ड में चलाई जा रही एक और फाइनांस कंपनी के चंपत होने का मामला सामने आया है। ये कंपनी बीते पांच साल से रामपुर में चल रही थी, लेकिन पिछले आठ-नौ महीनों से कंपनी के कर्मचारियों ने न तो किसी के पैसे लौटाए और न ही कर्मचारी दोबारा बाजार में पैसा लेने आए।समय रहते पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
निवेशकों ने आरोप लगाते हुए कहा कि रामपुर थाना में कई बार इस संबंध में पहले भी शिकायतें की थी, लेकिन पुलिस ने समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की। काफी समय तक डकोल्ड स्थित कंपनी के कार्यालय में कर्मचारी काम कर रहे थे।
10 से 12 लोगों ने दर्ज कराई शिकायत
मंगलवार को पुलिस थाना रामपुर में दस से बारह लोगों ने पहुंच कर थाना प्रभारी से इस मामले को शिकायत दर्ज करने का आग्रह किया। इसके बाद संयुक्त रूप से एक शिकायत पत्र रामपुर थाना प्रभारी सत्य प्रकाश को सौंपा गया। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि इस मामले में पुलिस ने भी ढील बरती है।
तीन करोड़ लेकर चंपत हुई कंपनी
वे काफी लंबे समय से रामपुर थाना के चक्कर काट रहे थे और उनकी शिकायतों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। निवेशकों ने आरोप लगाया कि मौजूदा समय में कंपनी करीब तीन करोड़ लेकर चंपत हुई है। डकोल्ड में कुछ साल पहले द प्राइड कोऑपरेटिव एनएटीसी सोसाइटी लिमिटेड शिमला के नाम से कार्यालय खोला गया था।
170 से ज्यादा लोगों ने किया निवेश
इस सोसाइटी में कुछ स्थानीय लोगों को निवेशकों से पैसे रोजाना एकत्रित करने के लिए रखा गया था। एक निवेशक के करीब सवा लाख रुपये से ज्यादा की राशि कंपनी के पास बकाया है। मौजूदा समय में करीब 170 से ज्यादा लोगों की सूची अभी तक निवेशक करने की मिल चुकी है। कुछ और लोग भी अन्य कंपनी को पैसा देते रहे हैं। जिसकी सारी जांच पुलिस को करनी चाहिए।