माघ कृष्णपक्ष पंचमी को महर्षि भरद्वाज की जयंती के रूप में मनाया गया। ढोल नगाड़ों के बीच महर्षि भरद्वाज की भव्य शोभायात्रा शहर के तमाम इलाकों से निकाली गई। बैंड की धुन पर जिस सड़क से महर्षि की शोभायात्रा निकली वहां लोगों ने जमकर जयकारे लगाए। छतों से पुष्पवर्षा हुई और लोगों में प्रतिमा के स्पर्श की होड़ रही।प्रयाग विद्वत परिषद, कटरा रामलीला कमेटी, अल्लापुर रामलीला कमेटी और दारागंज रामलीला कमेटी के सहयोग से गुरुवार सुबह यात्रा भरद्वाज आश्रम से शुरू हुई। न्यायमूर्ति राहुल चतुर्वेदी, न्यायमूर्ति नीरज तवारी, लोकसेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. केबी पांडेय, पूर्व कुलपति प्रो. पीयूष रंजन अग्रवाल, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, पुलिस आयुक्त रमित शर्मा, पूर्व आईपीएस लालजी शुक्ला ने महर्षि भरद्वाज को पुष्प अर्पित कर यात्रा की शुरुआत की। इस दौरान प्रो. केबी पांडेय ने कहा कि महर्षि भरद्वाज ने तमाम आविष्कार किए। टीकरमाफी आश्रम के स्वामी हरिचैतन्य ब्रह्मचारी ने कहा कि महर्षि भरद्वाज प्रयागराज की शान हैं। महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव महंत जमुनापुरी ने कहा कि महर्षि भरद्वाज ने तमाम आविष्कार किए। टीकरमाफी आश्रम के स्वामी हरिचैतन्य ब्रह्मचारी ने कहा कि महर्षि भरद्वाज प्रयागराज की शान हैं। महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव महंत जमुनापुरी ने कहा कि महर्षि भरद्वाज के आश्रम में शोध के साथ ही वेद ऋचाएं गूंजती थी। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, पुलिस आयुक्त रमित शर्मा, मेलाधिकारी अरविंद सिंह चौहान ने आश्वस्त किया कि आगामी वर्षों में यात्रा का विस्तार किया जाएगा। पूजन के बाद शोभा यात्रा निकली और कुंदन गेस्ट हाउस, अल्लापुर पुलिस चौकी, लेबर चौराहा, अलोपशंकरी मंदिर, शंकराचार्य चौराहा, परेड मैदान पर यात्रा का स्वागत हुआ। संगम पहुंचकर महर्षि भरद्वाज की प्रतिमा का जलाभिषेक, गंगा पूजन हुआ।