अक्सर यात्रा के दौरान या घूमते-फिरते आपको भूख लग जाए तो पेट भरने के लिए दाल, चावल या रोटी जैसे विकल्पों की तुलना में चिप्स, बिस्किट और कोल्ड ड्रिंक्स जैसे भरपूर विकल्प मिल जाएंगे | कई बार हम यूं ही टाइम पास करने के लिए या फिर पेट भरा होने के बावजूद स्वाद की वजह से भी इन्हें खाते हैं | लेकिन क्या आप जानते हैं कि खाने-पीने की पारंपरिक चीज़ों की जगह खाए जाने वाले ये स्वादिष्ट विकल्प ‘अल्ट्रा प्रोसेस्ड फ़ूड’ कहलाते हैं और इनका ज़्यादा इस्तेमाल सेहत के लिए हानिकारक होता है? यही नहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि इन्हें कुछ इस तरह से तैयार किया जाता है ताकि इन्हें खाने में मज़ा आए और हम इनके आदी हो जाएं | विश्व स्वास्थ्य संगठन और इंडियन काउंसिल फ़ॉर रिसर्च ऑन इंटरनेशनल इकोनॉमिक रिलेशन की हाल ही में आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले 10 सालों में भारत में अल्ट्रा प्रोसेस्ड फ़ूड के बाज़ार में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है | आपको बता दें की अल्ट्रा प्रोसेस्ड फ़ूड के सेवन से आपका मोटापा बढ़ा सकता है, दिल की सेहत को खतरा हो सकता है, वैस्कुलर डिजीज और डायबिटिज का खतरा हो सकता है, कैंसर का खतरा बढ़ सकता है और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स से मेटाबोलिज्म सिंड्रोम के साथ सूजन की समस्या भी बढ़ सकती है |
पैकेट में आने वाले चिप्स, चॉकलेट, बिस्किट और बड़े पैमाने पर बनाए गए ब्रेड और बन वगैरह अल्ट्रा प्रोसेस्ड फ़ूड की श्रेणी में आते हैं | अगर हम दूध से दही बनाते हैं तो वो प्रोसेसिंग है | लेकिन अगर किसी बड़ी इंडस्ट्री में दूध से दही बनाया जाए और उसे स्वादिष्ट बनाने के लिए रंग, फ्लेवर, चीनी या कॉर्न सिरप डाला जाए तो यह अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड होगा | अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड में डाली जाने वाली ये चीज़ें उनकी पोषकता नहीं बढ़ातीं बल्कि उन्हें इसलिए डाला जाता है ताकि आप इन्हें खाते रहें, इनकी बिक्री होती रहे और ज्यादा मुनाफ़ा हो | अल्ट्रा प्रोसेस्ड फ़ूड को कॉस्मैटिक फ़ूड भी कहा जाता है | विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक़, अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड ऐसी सामग्री से बनाए जाते हैं जिन्हें औद्योगिक तकनीकों और प्रक्रियाओं से तैयार किया जाता है |
आपको बता दे की खाद्य पदार्थों में होने वाले प्रिज़र्वेटिव, जिनमें कई प्रकार के एंटीमाइक्रोबियल, एंटीऑक्सिडेंट, सॉर्बिक एसिड आदि शामिल हैं, उनका हर खाद्य सामग्री में इस्तेमाल नहीं हो सकता है | प्रिज़र्वेटिव का इस्तेमाल केवल खाद्य सामग्रियों में ही नहीं होता, बल्कि कॉस्मेटिक्स जैसे क्रीम, शैम्पू, सनस्क्रीन में भी होता है, ताकि इन्हें लंबे समय तक उपयोग किया जा सके | भारत में प्रोसेस्ड फूड के कारोबार का सेक्टर 500 अरब डॉलर है | अगर आप अल्ट्रा प्रोसेस्ड फ़ूड का इस्तेमाल कर रहें हैं तो इसे कम करने का प्रयास करें |