एक ऐसा कलाकार ….. जिनको उनके अभिनय के साथ-साथ डांस के लिए भी जाना जाता है .. हालांकि शुरुआत में उनके करियर में उन्हें अधिक सफलता नहीं मिली .. लेकिन जब सफलता ने उनके कदम चूमे तो फिर क्या कहने …..लगातार सफलताओं की सीढ़ी पर चढ़ते चले गये … कभी भी पीछे पलट कर नहीं देखा ..जी हां हम बात कर रहे है चमकदार आंखों वाले अभिनेता शम्मी कपूर की .जिनकी निजी जिंदगी भी फिल्मी पर्दे की तरह ही काफी रोमांचक रही. आज हम आपको उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से बताने जा रहें है। स्वागत है आपका हमारे इस विशेष कार्यक्रम मे …… आज कल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हैं जहान में …. एवग्रीन गाने के अभिनेता शम्मी कपूर ने वर्ष 1953 में जीवन ज्योति नामक फिल्म से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की ..ये ऐसा गाना रहा जो हर युवाओं के जुबां पर आज भी गुन गुनाता रहता है .शम्मी का सफर ऐसा रहा जब सिल्वर स्क्रिन पर चेहरे के मूवमेंट से अदायगी करते तो लाखों दिल धड़कने लगते थे। …ऐसा नहीं है कि वो केवल तब था बल्कि शम्मी की अदायगी आज भी दिलों पर वैसे हीं राज करती है जैसे पहले …चलिये जरा बात कर लें शम्मी कपूर के जन्म से लेकर बॉलीवुड के शानदार सफर की … शम्मी कपूर का जन्म 1931 में मुंबई में दिग्गज अभिनेता पृथ्वीराज कपूर के घर हुआ था …माता रामशरनी मेहरा भी फिल्मजगत की बड़ी शख्सियतों में शुमार रहीं ..शम्मी कूपर के दो भाई थे राजकपूर और शशि कपूर …शम्मी के भाई राजकपूर और शशि कपूर को भला दुनिया में कौन नहीं जानता …जैसा कि शम्मी कपूर ने साल 1953 में फिल्मी कैरियर में अपना सफर शुरू किया और बाद में तुमसा नही देखा …दिल दे के देखो …जंगली…चाइना टाऊन …तीसरी मंजिल और एन इवनिंग इन पेरिस जैसे एक से बढ़कर एक एवरग्रीन फिल्में दी …पचास से लेकर सत्तर के दशक तक शम्मी कपूर ने सिनेमाजगत पर अपने अभिनय का जादू बिखेर कर लोगों का भरपूर मनोरंजन दिया …मुख्य भूमिका के बाद सत्तर के दशक में बतौर सहायक अभिनेता शम्मी कपूर ने अंदाज …जहीर…हीरो…हुकूमत और चमत्कार जैसी फिल्मों में शानदार अभिनय कर लोहा मनवाया …1974 में शम्मी कपूर ने दो फिल्में मनोरंजन और बंडल बाज का निर्देशन भी किया …हालांकि ये भी सच्चायी है कि ये दोनों फिल्में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गयीं है …शम्मी कपूर की आखिरी फिल्म अपने पर पोते रणवीर कपूर के साथ रॉकस्टार रही ..
.अब चलिये जरा देख ले शम्मी कपूर के व्यक्तिगत जीवन को …तो आपको बता दें कि बेहद रोमांटिक अंदाज वाले शम्मी कपूर ने दो शादियां की थी …शम्मी की पहली पत्नी गीता बाली और दूसरी पत्नी नीला देवी गोहिल थी … गीताबाली के निधन के बाद शम्मी ने भावनगर के शाही परिवार से वास्ता रखने वाली नीला देवी से शादी की थी …जानी मानी अभिनेत्री नूतन से शम्मी की दोस्ती काफी चर्चा में रही ..दरअसल दोनों बचपन के साथी रहे …चर्चा इस बात की भी रही कि शम्मी पहले नूतन से हीं शादी करना चाहते थे लेकिन नूतन की मां की रजामंदी नहीं मिलने से ये रिश्ता शम्मी के ख्वाबों तक हीं सीमट कर रह गया …कहते हैं दिल टूटे शम्मी की गीता बाली से पहली मुलाकात कॉफी हाउस फिल्म के सेट पर हुयी …और देखते हीं देखते फिल्म शूटिंग के दौरान हीं शम्मी कपूर गीता बाली को दिल दे बैठे ..और इस प्यार को रिश्ते में बदलने के लिये शम्मी ने गीताबाली को खुद हीं ऑफऱ दे दिया …शम्मी के शादी का भी मजेदार किस्सा है …पहले तो गीताबाली ऑफर के लिये राजी नहीं हुयी लेकिन एक दिन अचानक कह दिया कि …आज हीं मैं तुमसे शादी करना चाहती हूं …शम्मी चौकें कि ये कैसे संभव है …बहरहाल इसके पहले एक दिन में शादी करने वाले जॉनी वॉकर से सलाह लेकर दोनों मंदिर में शादी रचा लिये …और तो शादी के लिये मंदिर पहुंचे शम्मी और गीता के पास सिंदूर तक नहीं था लेकिन गीताबाली ने अपने बैग से लिपिस्टिक निकालकर शम्मी को मांग में भरने के लिये दे दिया …और मुस्कराते हुये शम्मी कपूर गीता बाली का मांग भर दिये …शम्मी कपूर से मुमताज के अफेयर की भी चर्चा गाहे बगाहे चर्चा में आती रहीं ..कहते हैं उम्र में शम्मी से बीस साल छोटी मुमताज का दिल फिल्म ब्रह्मचारी की शूटिंग के दौरान आया …लेकिन यहां भी दोनों के रिश्तों को लेकर बात नहीं बनी …हालांकि मुमताज के साथ अफेयर के वक्त गीताबाली इस दुनिया से विदा हो चुकी थीं ..
शम्मी कपूर ने अपनी फ़िल्मों में बग़ावती तेवर और रॉकस्टार वाली छवि से उस दौर के नायकों को कई बंधनों से आज़ाद कर दिया .. हिंदी सिनेमा को ये उनकी बड़ी देन आज भी मानी जाती है ३.. ये बात और है कि उनके जैसे किरदार दूसरा कोई नहीं निभा पाया३.शम्मी कपूर बड़े शौकीन मिज़ाज के थे३ तरह-तरह की गाड़ियाँ चलाने और गोल्फ खेलने का उन्हें बेहद शौक़ था…… समय के साथ चलना वे बख़ूबी जानते थे३.. फ़िल्मों में शम्मी कपूर जितने ज़िंदादिल किरदार निभाया करते थे,…… उतनी ही ज़िंदादिली उनके निजी जीवन में दिखती थी३.अपने शानदार किरदार की वजह से हीं शम्मी को फिल्म ब्रह्चारी के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्म फेयर अवार्ड ..विधाता फिल्म के लिये श्रेष्ठ सहअभिनेता का पुरस्कार मिला …1995 में फिल्म फेयर लाईफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड भी शम्मी कपूर के खाते में गयी ..1999 में ज़ी सिने लाइफ़ टाइम अचीवमेंट अवार्ड और 2001 में स्टार स्क्रीन लाइफ़ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाजा गया