नई दिल्ली: न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के लिए कानून की मांग कर रहे किसान संगठनों ने मजदूर यूनियनों के साथ मिलकर आज भारत बंद (ग्रामीण) का ऐलान किया है। बंदी सुबह 6 बजे से शुरू होकर शाम 4 बजे तक चलेगी। इससे पहले पंजाब में कई जगहों पर किसान गुरुवार को पटरियों पर बैठे। दो ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। 6 ट्रेनों को लुधियाना-साहनेवाल-चंडीगढ़ रूट से चलाने के लिए डायवर्ट किया गया है। दो को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया। दिल्ली-अमृतसर रूट पर कुछ ट्रेनों को दूसरे रास्तों से भेजा गया। किसानों ने कई टोल प्लाजा पर धरना भी दिया और अधिकारियों पर यात्रियों से टोल टैक्स नहीं लेने के लिए दबाव बनाया। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने आज देशव्यापी हड़ताल बुलाई है जिसे ‘ग्रामीण भारत बंद’ का नाम दिया गया है। ग्रामीण भारत बंद सुबह 6:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक चलेगा। इस दौरान, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा समर्थित किसान देशभर के प्रमुख स्थानों पर सड़कों को अवरुद्ध कर सकते हैं। पंजाब में कई राज्य और राष्ट्रीय राजमार्ग चार घंटे के लिए बंद रहेंगे। किसानों का कहना है कि भारत बंद के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में ट्रांसपोर्ट, प्राइवेट दफ्तर, गांव की दुकानों के साथ ही कृषि गतिविधियां और मनरेगा के तहत काम भी बंद रहेगा। ग्रामीण इलाकों में इंडस्ट्रियल एक्टिविटी को भी बंद रखा जाएगा। किसान संगठनों का कहना है कि बंद के दौरान एंबुलेंस, शादी वाले वाहन परीक्षा देने जा रहे छात्रों, मेडिकल दुकानें को प्रभावित नहीं होगा।
बैंक कल खुले रहेंगे और सामान्य रूप से काम करेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक के अवकाश मैट्रिक्स में यह भी कहा गया है कि बैंक खुले रहेंगे। फरवरी महीने में भारत में बैंक 10 दिन बंद रहेंगे। इन छुट्टियों में दूसरे और चौथे शनिवार के अलावा रविवार भी शामिल है। किसान देशभर के प्रमुख मार्गों पर चक्का जाम करना चाहते हैं। भारत बंद के दौरान किसान पंजाब रोडवेज को चार घंटे के लिए बंद करना चाहते हैं। किसानों के 16 फरवरी को भारत बंद के ऐलान के बाद से यूपी गेट पर और ज्यादा चौकसी बढ़ गई है। माना जा रहा है कि किसान इस दिन बॉर्डर पर जरूर पहुंचेंगे। भारत बंद में भाग लेने वाले सरकारी कर्मचारियों और ट्रेड यूनियनों ने पिछली पेंशन योजना को समाप्त करने और आठवें वेतनमान आयोग की स्थापना करने का अपना इरादा घोषित किया है। इस बंद को लेकर दिल्ली-एनसीआर में लोकल प्रशासन भी चौकन्ना हो गया है। जहां एक ओर संवेदनशील क्षेत्रों और दिल्ली से जुड़े बॉर्डर पर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी , तो वही आंदोलन में शामिल होने वाले के साथ नेताओं पर लगातार नजर बंद किया जा रहा है। किसान मोर्चा के आह्वान पर पर शुक्रवार को होने वाले भारत बंद के असर के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सभी कृषि गतिविधियों, मनरेगा व ग्रामीण क्षेत्रों कार्य बंद रहेंगे। भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता चौ. राकेश टिकैत ने कहा कि ग्रामीण भारत बंद करने की अपील की गई है। किसानों से अपील की है, 16 फरवरी को वे गन्ने की छोल और तोल दोनों बंद रखें। इस दिन वह खेतों में न जाए। वहीं व्यापारी भी दुकानों को बंद रखे। आंदोलनकारी संगठन ने आम लोगों से जुड़ी आवश्यक सेवाओं को प्रभावित न करने का आश्वासन दिया है। ग्रामीण क्षेत्र से गुजरने वाली ऐम्बुलेंस और स्वास्थ्य सेवा पर इसका असर नहीं होने की संभावना है।