कभी साइबर फ्रॉड होता है तो कभी मनी लांड्री का खेल | अब ऐसे में एक और नया फ्रॉड सामने आया है | ऑनलाइन डेटिंग एप के माध्यम से कोलकाता में एक परिवार ठगी का शिकार हो गया | कोलकाता में एक युवक स्वयं को ईडी का अधिकारी बताकर शादी रचाने जा रहा था | घर पर शादि की तैयारी पूरी हो चुकी थी | लड़की वालों ने कार्ड छपवा लिए थे और दूल्हे राजा के स्वागत का इंतजाम भी कर लिया था | लेकिन जब सच्चाई का पता चला तो सबके होश ही उड़ गए | लड़की के घर वालो ने बताया कि करीब नौ महीने पहले एक वैवाहिक वेबसाइट के जरिए उनकी बेटी से प्रदीप की बातचीत हुई थी। उसने खुद को ईडी अधिकारी के रूप में भी पेश किया था। इसके बाद दोनों परिवारों के बीच शादी पक्की हो गई। लड़की के परिवार वालों ने यह भी बताया कि जब प्रदीप की पैसे की मांग बढ़ती गई तो लड़की के परिवार वालों को शक हुआ। लड़की का भाई देवजीत साहा सीधे ईडी कार्यालय पहुंचकर प्रदीप के बारे में जानकारी ली। लेकिन यहां पूछताछ करने पर पता चला कि प्रदीप वहां काम नहीं करता है। हालांकि इसकी भनक प्रदीप को पहले लग गई थी, इसीलिए वह युवती के भाई के पहुंचने से पहले ही ईडी कार्यालय पहुंच गया था। हालांकि ईडी अधिकारियों ने उसे वहां से निकाल दिया।
इस घटना के कारण कोलकाता में ईडी कार्यालय सीजीओ कांप्लेक्स के बाहर अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद वहीं पर लड़की के परिवार वालों ने प्रदीप के हाथ-पैर बांध दिए और उसकी जमकर पिटाई की और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। प्रदीप के पास से एक ईडी का फर्जी आइ कार्ड और ईडी लिखा जैकेट बरामद हुआ है। लड़की के परिवार का आरोप है कि प्रदीप फर्जी ईडी अधिकारी बन शादी योग्य लड़कियों को फंसाता था। उसकी मां और बहन ने भी उस काम में उसका साथ दिया। हालांकि प्रदीप का दावा है कि वह निर्दोष है। प्रदीप ने उनसे कई चरणों में करीब चार लाख रुपये ले लिए। इसके अलावा वह युवती से बार-बार पैसे लेता रहा। आरोप है कि प्रदीप ने इलाज के नाम पर पैसे लिए। उसने बताया कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ अभियान के दौरान उसकी तबीयत खराब हो रही है। इस ख़बर ने कोलकाता में ही नहीं बल्कि पूरे देश में कोहराम मचा रखा है | अब ऐसे में सरकार इन फर्जी वेबसाइट्स पर कैसे बैन लगाएगी और और क्या होगा सकरार का अगला कदम यह देखना अभी बाकी है |