सत्ता से हाथ धोने के बाद तमाम पार्टियां विजयी पार्टी के ऊपर आरोप लगाती रहती हैं और पार्टियों की पोल भी खोलती रहती हैं। कौन कितने पानी में है ये तो हार और जीत के बाद ही पता चलता है और साथ ही जो वादे किए गए थे उनकी भी पोल पट्टी उसी समय खुल जाती है । अब ऐसे में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश को पिछड़ा राज्य बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। महिलाओं के प्रति अपराध व पुलिस हिरासत में लोगों की मौतों के मामले में उप्र नंबर एक होने का आरोप लगाया है। नमामि गंगा प्रोजेक्ट में भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा ने ‘नमामि गंगा’ प्रोजेक्ट के नाम पर करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया है। गंगा आज तक निर्मल नहीं हो पाई। पुरानी यादों को याद करते हुए अखिलेश यादव ने पूर्व में रही सपा सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि सपा सरकार में गोमती नदी की सफाई और सुंदरीकरण की योजना पर काम किया गया था। गोमती रिवरफ्रंट आज भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।लखनऊ में जनेश्वर मिश्र और लोहिया पार्क आक्सीजन का मुख्य केंद्र बने हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बरेली में लोक निर्माण विभाग के अफसरों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एक टूटी सड़क का लोकार्पण करा दिया।
इतना ही नहीं उन्होंने बीजेपी को निशाना साधते हुए कहा कि स्मार्टसिटी का दावा कूड़े-कचरे की गारंटी में बदल गया है। स्वच्छता के मामले में स्मार्ट सिटी के मानकों पर राजधानी लखनऊ इस बार कई पायदान नीचे खिसक गया है। बरेली में हर गली, सड़क पर गंदगी और कचरे का अंबार है। महिलाओं के लिए बनाए गए पिंक शौचालय बदहाल हैं। बदहाली पहले थी या अब ये तो जनता ही बता पाएगी। लेकिन अखिलेश यादव की बात को सुनकर यह मालूम हो रहा है को उन्होंने बड़ी गहन जानकारी के साथ आदित्यनाथ योगी पर आरोप लगाया है l अब यह देखना दिलचस्प रहेगा की बीजेपी इस बात पर क्या प्रतिक्रिया देती है।