वैसे तो मालदीव अपनी खूबसूरत द्वीपों के कारण जाना जाता है लेकिन अब एक विवाद के कारण मालदीव चर्चा में आ गया है | दरअसल प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी लक्षद्वीप के दौरे पर गए थे और वहाँ से सोशल मीडिया एक्स प्लेटफार्म के माध्यम से एक फ़ोटो साझा किया था जिसपर उन्होंने लक्षद्वीप को भारतीयों के लिए बेहतरीन टूरिस्ट डेस्टिनेशन बताया | इस पोस्ट में नरेंद्र मोदी ने लिखा, ‘ कुछ समय पहले मुझे लक्षद्वीप के लोगों से मिलने का मौक़ा मिला | मई अभी भी उन द्वीपों की ख़ूबसूरती और वहाँ के लोगो की गर्मजोशी से अभिभूत हूँ | जो भी एडवेंचर का शौक़ रखते हैं , लक्षद्वीप उनकी लिस्ट में जरूर होना चाहिए |’ फिर क्या था, इस पोस्ट के बाद भारतीय लोग लक्षद्वीप की तुलना मालदीव से करने लगे | जिसपर मालदीव के तीन मंत्रियों को यह बात पसंद नहीं आयी और उन्होंने भारत के लिए अपना नजरिया दिखा दिया | इस पोस्ट में प्रधानमन्त्री ने कहीं भी मालदीव का जिक्र नहीं किया था लेकिन फिर भी मालदीव के मंत्रियों ने भारत से पंगा ले लिया | इतना ही नहीं उन मंत्रियों ने भारत के ख़िलाफ़ अभद्र टिप्पड़िया भी की | इस टिप्पड़ी पर भारत सरकार ने एक्शन लिया और मालदीव की सरकार को अपने तीनों मंत्रियों को सस्पेंड करना पड़ा |
भारत मालदीव की विकट परिस्थितियों में हमेशा मालदीव के साथ खड़ा रहा | चाहे ऑपरेशन कैक्टस चला के तख्ता पलट करना हो या 2004 सुनामी हो या 2014 का जलसंकट या फिर कोरोना काल में वैक्सीन वितरण , सभी परिस्थितियों में भारत मालदीव के साथ खड़ा रहा | लेकिन मालदीव अपनी इस टिप्पड़ी से विवादों में घिर चूका है | प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की पोस्ट पर अभद्र टिप्पड़ी करने वाले मालदीव का विरोध अब ज़ोरो शोरों से हो रहा है | इसमें जाने माने एक्टर्स और आम जनता भी बायकॉट मालदीव का नारा लगाने लगे हैं | अब ऐसे में मालदीव के राष्ट्रपति ने इस मुद्दे से पलड़ा झाड़ते हुए किनारा करने की कोशिश की है | आपको बता दे की मालदीव को सबसे ज्यादा जीडीपी पर्यटन से ही प्राप्त होता है | मालदीव में लगभग 25 प्रतिशत जीडीपी पर्यटन के माध्यम से ही आता है | सबसे ज्यादा टूरिस्ट भारत के ही हैं और अब भारत के लोगों में रोष है और अधिकतर लोग अपनी फ्लाइट और ट्रैवल कैंसिल करवाना शुरू कर चुके हैं | 2013 में मालदीव में एक नारा बुलंद हुआ था जिसे इण्डिया आउट के नाम से जानते हैं और आज समय पलट कर वापस आया और अब भारत में एक नारा बुलंद हुआ बायकॉट मालदीव | समय बदलते देर नहीं लगता है लेकिन इस समय जो हो रहा है उसका असर मालदीव पर कितना पड़ेगा अब ये देखना बाकी है |