कानपुर, माइ भारत न्यूज़। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में गुरुवार को आतंकवादियों के हमले में क्षेत्र के भाऊपुर गांव का एक जवान भी शहीद हुआ है। देर रात मिली जानकारी से परिजनों में कोहराम मच गया। शुक्रवार सुबह एसडीएम बिल्हौर, थाना पुलिस, सेना के अधिकारी शहीद के घर पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी। घटना से पूरा गांव शोक में डूब गया है। शहीद का पार्थिव शरीर आने का इंतजार किया जा रहा है।
भाऊपुर गांव निवासी बालक राम यादव खेती-किसानी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। परिवार में पत्नी सावित्री देवी के अलावा तीन बेटियां व दो बेटे हैं। बड़ा बेटा करन सिंह सेना में जवान था। करन सिंह वर्ष 2013 में सेना में भर्ती हुआ था और मौजूदा समय में वह आर आर बटालियन 48 में रहकर राजौरी में तैनात था।
गुरुवार रात करीब 12 बजे सहकर्मी ने करन सिंह की पत्नी अंजू को फोन पर जानकारी दी कि आतंकियों के हमले में करन के पैर में गोली लगी है और वह गंभीर रूप से घायल हुआ है। घटना की जानकारी होते ही परिजनों में कोहराम मच गया। सुबह करन सिंह के शहीद हो जाने की खबर मिली। लोग शहीद के घर पहुंचना शुरू हो गए।
एसडीएम बिल्हौर रश्मि लाम्बा, तहसीलदार, थाना प्रभारी संजय पांडे भी भाऊपुर गांव पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया। दोपहर में कैंट कानपुर से सेना के अधिकारी शहीद जवान के घर पहुंचे और परिजनों से बातचीत कर उनसे राजौरी साथ चलने की गुजारिश की। मौके पर मौजूद पड़ोस के उदेतपुर ग्राम प्रधान व शहीद के परिवार के करीबी विद्यासागर यादव के साथ घरवालों ने राजौरी जाने की बात से इनकार कर दिया। घरवाले शहीद का शव गांव लाए जाने की बात कह रहे थे।