मुस्लिम धर्मग्रंथ कुरान को जलाने को लेकर स्वीडन में इन दिनों बवाल मचा हुआ है,एक के बाद एक कई शहरों से हिंसा भड़कने से स्वीडन में इन दिनों माहौल पूरी तरह से खराब हो चुका है. स्वीडन के ओरेब्रो शहर में एक धुर दक्षिणपंथी समूह के कथित तौर पर कुरान को जलाने के इरादे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए, जिसमें 9 पुलिस अधिकारी घायल हो गए. ओरब्रो पुलिस ने भी बयान में कहा कि प्रदर्शनकारियों के हमले में उसके 9 अधिकारी घायल हुए हैं. स्वीडन के प्रतिष्ठित दैनिक अखबार अफ्टोंब्लाडेट ने पुलिस प्रवक्ता डायना कुदैब के हवाले से बताया गया कि हिंसक प्रदर्शनकारियों ने पुलिसवालों पर पत्थरबाजी की, जिसमें उन्हें काफी चोटें आईं. एक आम नागरिक भी सिर में पत्थर लगने से चोटिल हो गया.

स्थानीय मीडिया के अनुसार, लगभग 200 लोग इस प्रदर्शन में शामिल थे, डेनिश मूल के स्वीडिश रासमस पलुदान के नेतृत्व में अप्रवासी और इस्लामी विरोधी स्ट्राम कुर्स (हार्ड लाइन) आंदोलन की रैली में संघर्ष हुआ. स्वीडन के पूर्वी तट पर लिंकोपिंग शहर में गुरुवार को दंगा भड़कने के बाद 3 पुलिस अधिकारियों को अस्पताल ले जाना पड़ा था. वहीं, कुरान जलाने की घटना पर ईरान और इराक ने विरोध जताया है. दोनों देशों ने हाल ही में स्वीडिश राजदूतों को भी तलब किया था. इस मामले पर स्टार्म कुर्स पार्टी चलाने वाले डेनिश-स्वीडिश चरमपंथी रासमुस पालुदा का कहना है कि उसने ही इस्लाम की सबसे पवित्र पुस्तक को आग के हवाले किया है और आगे भी ऐसा किया जाता रहेगा.

पोलैंड के पड़ोसी देश स्वीडन में कुरान जलाने की घटना को लेकर भड़के दंगे के चलते हालात तनावपूर्ण हैं, दंगाइयों ने पुलिस और राहतकर्मियों पर टायर और दूसरी जलती हुई चीजें फेंकीं, जिसमें कई पुलिस अधिकारी जख्मी हो गए. पुलिस ने करीब 15 दंगाइयों को पकड़ा है, बवाल तब शुरू हुआ जब एक दक्षिणपंथी नेता की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने अप्रवासियों के इलाके के पास कुरान को जला दिया. इसी के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए और पुलिस पर पत्थरों से हमले शुरू कर दिए और आगजनी की, दंगाइयों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े.
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