ससंद में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ बजट सत्र की शुरुआत हो गई है.इसके साथ ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी.बजट सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इस बार का बजट देश के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.पीएम ने कहा कि ये इस दशक का पहला बजट है.मुझे विश्वास है कि जिस आशा और अपेक्षा के साथ जनता ने हमें संसद भेजा है, हम जन आकांक्षाओं के देखते हुए इस सत्र को अवश्य सफल बनाएंगे.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण की शुरूआत के साथ बजट सत्र की शुरूआत हुई.अपने अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति ने सबसे पहले विश्व भर में आई कोरोना महामारी,सीमा पर तनाव समेत कई मुसीबतों का जिक्र किया.इसके साथ ही राष्ट्रपति ने कहा कि इतने सारे संकटों के एक साथ आने पर भी देश मजबूती से खड़ा रहा.राष्ट्रपति ने कहा चुनौती कितनी ही बड़ी क्यों न हो,ना हम रूकेंगे और ना भारत रूकेगा.

राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण की शुरूआत करने से पहले पिछले साल पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और कोरोना से छह सांसदों समेत देश में अनेकों लोगों के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी.इसके साथ ही राष्ट्रपति ने कोरोना के दौरान सरकार की उपलब्धियों का भी जिक्र किया.उन्होंने केंद्र सरकार की तमाम योजनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे सरकार संकट के समय में देश की आम जनता के साथ खड़ी रही. इसके साथ ही उन्होंन आत्मनिर्भर भारत के मंत्र को आगे ले जाने का आवाहन भी किया.

राष्ट्रपति ने किसानों की ओर से चलाए जा रहे आंदोलन का जिक्र करते हुए 26 जनवरी के दिन दिल्ली में हुई हिंसा पर दुख जाहिर किया.इस पर राष्ट्रपति ने कहा सरकार ये स्पष्ट करनी चाहती है कि तीन नए कृषि कानून बनने से पहले पुरानी व्यवस्थाओं के तहत जो अधिकार और सुविधाएं थीं उसमें कहीं कोई कमी नहीं की गई है.बल्कि इन कृषि सुधारों के जरिए सरकार ने किसानों को नई सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ नए अधिकार भी दिए हैं.कृषि को और लाभकारी बनाने के लिए सरकार आधुनिक कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी विशेष ध्यान दे रही है. इसके लिए एक लाख करोड़ रुपए के एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड की शुरुआत की गई है.

अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए राष्ट्रपति ने सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार ने रिकॉर्ड आर्थिक पैकेज की घोषणा के साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखा है कि देश में किसी भी गरीब को भूखा ना रहना पड़े.प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से सरकार ने 8 महीनों तक 80 करोड़ लोगों को 5 किलो प्रतिमाह अतिरिक्त अनाज निशुल्क प्रदान किया.सरकार ने प्रवासी श्रमिकों,कामगारों और अपने घर से दूर रहने वाले लोगों की भी इस दौरान मदद की.

कोरोना वैक्सीन कार्यक्रम को लेकर भी राष्ट्रपति ने देश की प्रशंसा की.राष्ट्रपति ने कहा हमारे लिए गर्व की बात है कि आज दुनिया में भारत सबसे बड़ा कोविड टीकाकरण अभियान चला रहा है.टीकाकरण में लगाई जाने वाली दोनों ही कोरोना वैक्सीन भारत मे ही निर्मित हुई हैं.संकट के इस समय में भारत ने मानवता के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए अनेक देशों को कोरोना वैक्सीन की लाखों खुराक उपलब्ध कराई है.
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