उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया गया है. रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में पिछले महीने अप्रैल में गिरफ्तार हुए आरोपी सचिन कुमार को उसके दो साथियों के साथ पकड़ा गया था. उस पर कई धाराओं में केस दर्ज था लेकिन अब कानपुर पुलिस ने आरोपी पर एनएसए के तहत कार्रवाई की है.

गौरतलब है कि यूपी में आवश्यक दवाओं की तस्करी और कालाबाजारी से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे आरोपियों पर सख्त कार्रवाई का आदेश देते हुए NSA लगाने का आदेश दिया था. कानपुर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि एक महीने पहले रेमडेसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के लिए गिरफ्तार किए गए हरियाणा के सचिन कुमार पर रासुका लगाया गया है. सचिन के पास से बरामद सभी इंजेक्शन जांच के बाद नकली पाये गये थे.

मिलिट्री इंटेलीजेंस लखनऊ की सूचना पर यूपी एसटीएफ ने बाबूपुरवा पुलिस से मिलकर 3 तस्करों को अरेस्ट किया था. इनके पास 265 रेमडेसिवर इंजेक्शन बरामद हुए थे. एसटीएफ ने कानपुर पुलिस के साथ मिलकर रेमडेसिवर इंजेक्शन की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था.

मिलेट्री इंटेलीजेंस को सूचना मिली थी कि कोलकाता से रेडिमिसिवर इंजेक्शन की बड़ी खेप कानपुर भेजी जा रही है. जिसे कानपुर के नौबस्ता का रहने वाला मोहन सोनी रिसीव करने वाला है. इसके बाद यूपी पुलिस ने नाकाबंदी कर इन्हें धर दबोचा था.

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी से जुड़े इस मामले में पुलिस ने कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया था जिसमें सचिन के अलावा दो दवा विक्रेता प्रशांत शुक्ला, संतोष सोनी भी शामिल थे.
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