प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात तौकते से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए गुजरात और केंद्र शासित क्षेत्र दमन और दीव के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. पीएम मोदी चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए एक दिवसीय गुजरात दौर पर आज भावनगर पहुंचे जहां मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने उनका स्वागत किया.जिसके बाद पीएम मोदी हेलीकॉप्टर पर सवार होकर प्रभावित क्षेत्रों के हवाई सर्वेक्षण के लिए निकले.

गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने ट्वीट करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावनगर पहुंच गए हैं,वो चक्रवात तौकते से प्रभावित अमरेली, गिर सोमनाथ और भावनगर जिलों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे.

चक्रवात के कारण गिर सोमनाथ जिले के दीव और उना शहर के बीच सोमवार को जल भराव की स्थिति बन गई थी और इससे संपत्ति को भी खासा नुकसान पहुंचा है.तूफान से इस क्षेत्र में पेड़ भी बड़ी संख्या में गिर गए हैं. प्रभावित इलाकों का मुआयना करने के बाद प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद में एक बैठक भी की. जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री के अलावा उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.

गुजरात में चक्रवाती तूफान के कारण तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ, बिजली के खंभे और कई पेड़ उखड़ गए.इसके अलावा कई घरों व सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है, इस दौरान हुई घटनाओं में करीब 45 लोगों की मौत हो गई है.

चक्रवाती तूफान के कारण 200 से अधिक तालुकाओं में बारिश हुई. एहतियाती तौर पर राज्य सरकार ने समझदारी दिखाते हुए पहले ही 2 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था.

मौसम विभाग ने कहा कि तौकते गुजरात के तट से बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान के तौर पर आधी रात के करीब गुजरा और धीरे-धीरे कमजोर होकर गंभीर चक्रवाती तूफान तथा बाद में और कमजोर होकर अब चक्रवाती तूफान में बदल गया है.

इससे पहले विजय रुपाणी ने मंगलवार को कहा था कि 16000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा, 40 हजार से ज्यादा पेड़ और 70 हजार से ज्यादा बिजली के खंभे उखड़ गए जबकि 5951 गांवों में बिजली चली गई.सीएम के मुताबिक ये राज्य में आया, अब तक का सबसे खतरनाक चक्रवात था.
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