पिनरई विजयन ने लगातार दूसरी बार केरल के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने सेंट्रल स्टेडियम में आयोजित समारोह में 76 वर्षीय विजयन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. विजयन की कैबिनेट में कुल 21 मंत्री होंगे.

समारोह में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया गया है. विपक्षी कांग्रेस यूडीएफ के नेता कोविड-19 की वजह से समारोह में शामिल नहीं हुए. केरल उच्च न्यायालय ने बुधवार को सरकार को निर्देश दिया था कि महामारी के मद्देनजर समारोह में सीमित संख्या में लोग भाग लेंगे.

एलडीएफ सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से पहले अलप्पुझा में पिनरई विजयन और मनोनीत मंत्रियों ने 1940 के दौरान हुए कामकाजी वर्ग के पुन्नापरा-वायलार आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. विजयन सबसे पहले वायलार में स्थित एक स्मारक पर गए और पार्टी कार्यकर्ताओं के नारों के बीच शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की.

नये मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री को छोड़कर पुराने चेहरों में केवल जेडीएस नेता के. कृष्णनकुट्टी और एनसीपी नेता ए के शशींद्रन शामिल हैं. सत्तारूढ़ गठबंधन में प्रमुख साझेदार माकपा और भाकपा ने इस बार पिछली सरकार के किसी भी मंत्री को बरकरार नहीं रखने का फैसला किया है.

पहली बार मंत्री बनने वालों में डीवाईएफआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विजयन के दामाद पी ए मोहम्मद रियास, माकपा के कार्यवाहक राज्य सचिव ए विजयराघवन की पत्नी आर बिंदु, जी आर अनिल, चिंचू रानी तथा पी प्रसाद और अहमद देवरकोविल शामिल हुए हैं.

केरल के इतिहास में पहली बार कोई ससुर और दामाद विधानसभा तथा मंत्रिमंडल में साथ होंगे. पेशे से प्रोफेसर बिंदु त्रिशूर केरल की पहली महिला मेयर रह चुकी हैं.
Leave a Reply
View Comments