कोरोना संक्रमण से मरने वाले 300 लोगों का अंतिम संस्कार करने वाला व्यक्ति आखिरकार खुद भी कोरोना संक्रमण के कारण दुनिया को अलविदा कह गया. हिसार म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के कर्मचारी प्रवीण कुमार को लोग इस कोरोना महामारी के दौर में ‘कोरोना हीरो’ के रूप में जाना करते थे. 43 वर्षीय प्रवीण कुमार ने कोरोना जांच रिपोर्ट, पॉजिटिव आने के 2 दिन बाद ही दम तोड़ दिया.

प्रवीण कुमार म्युनिसिपल कॉरपोरेशन की उस टीम के प्रभारी थे, जिस पर कोविड से होने वाली मौतों के शवों के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी थी. कोरोना महामारी के दस्तक देने के बाद इसकी पहली और दूसरी लहर में हिसार में 750 मौतें कोरोना के कारण हो चुकी हैं.

इनमें से 300 का अंतिम संस्कार प्रवीण और उनकी टीम ने किया. शहर में औसतन रोज़ ऐसे 20 शवों का अंतिम संस्कार किया जाता था,जिस दौरान खुद प्रवीण कुमार वहां मौजूद रहते हुए अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाते थे.

प्रवीण कुमार हिसार म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन कर्मचारी संघ के प्रमुख भी थे. कर्मचारी संघ के प्रवक्ता सुनील बेनीवाल ने जानकारी दी है कि प्रवीण को ऑक्सीजन स्तर गिरने के बाद निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बताया जा रहा है कि प्रवीण कुमार के परिवार वाले 3 घंटे तक किसी सरकारी अस्पताल में बेड के लिए भटकते रहे. आखिरकार प्रवीण को निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. हैरानी की बात है कि स्थानीय प्रशासन इस कोरोना हीरो के लिए एक बेड का भी प्रबंध नहीं कर सका,जो व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है..

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