यूपी में आगामी 2022 चुनाव से पहले राजनीतिक सरगरमी तेज हो गई है. प्रदेश में नेताओं का चुनावों से पहले ही पाला बदलने का खेल शुरू हो गया है. बीएसपी से निलंबित 11 विधायक एकजुट होकर नया दल बनाने की तैयारी में है,जिनका नेतृत्व बसपा से निष्कासित हुए लालजी वर्मा करेंगे. बीएसपी से निलंबित विधायक आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मिलने उनके दफ्तर पहुंचे थे. विधायकों के सपा कार्यालय पहुंचने से यूपी में सियासी हलचल तेज हो गई है.

बीएसपी विधायकों के बागी होने से बीएसपी अब टूट की कगार पर है. इस बीच चर्चा ये भी है कि बीएसपी के बागी विधायक आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सपा में शामिल हो सकते है. राज्यसभा चुनाव में बीएसपी से बगावत करने के बाद निलंबित श्रावस्ती से विधायक असलम राईनी का कहना है कि बीएसपी से बगावत करने वाले 11 विधायक मिलकर नई पार्टी बनाएंगे.

असलम राईनी ने कहा कि नई पार्टी के हमारे नेता लालजी वर्मा होंगे. उनके साथ ही रामअचल राजभर भी हमारे साथ हैं. हम लोग लालजी वर्मा को अपनी पार्टी का मुखिया बनाएंगे. अभी हमारे पास एक विधायक की कमी है, जिसके कारण अभी नया दल नहीं बन पा रहा है. अगर एक और विधायक साथ आया तो पार्टी बनाएंगे. नए दल का नाम क्या होगा इसका निर्णय लालजी वर्मा करेंगे.

सियासी हलचल के बीच सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि विधायकों के आने से समाजवादी पार्टी मजबूत होगी और सपा सबके सहयोग से मिशन 2022 पूरा करने में सफल होगी. जिन विधायकों से उनकी मुलाकात हुई उनमें असलम राइनी, असलीम अली चौधरी, मुजतबा सिद्दिकी, हाकिम लाल बिंद, हरगोविंद भार्गव, सुषमा पटेल, वंदना सिंह, रामवीर उपाध्याय और अनिल सिंह शामिल हैं, जिन्हें बीएसपी की ओर से पार्टी से निष्कासित किया गया है.

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