देश में लगातार कोरोना के नए केस सामने आने के बाद लोगों के मन में एक बार फिर से कोरोना को लेकर चिंता साफ तौर पर नजर आने लगी है.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी देश में कोरोना के बिगड़ते हालात पर बीते दिन ही राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये राज्यों में कोरोना को कंट्रोल करने के लिए बात की और निर्देश दिया कि कोरोना की वैक्सीन आने के बाद भी अभी दवाई और कड़ाई दोनों जरूरी है.

कर्नाटक के मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कैंपस में 2 दिन में 52 कोरोना मामले सामने आये जिसके बाद कैंपस को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया.बताया जा रहा है कि उडुपी जिला प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन घोषित किया है.

कोरोना बम फूटने के बाद अगले दो हफ्तों तक छात्रों को होस्टल और कैंपस से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है. वहीं,कॉलेज प्रशासन की ओर से भी स्पष्ट कर दिया गया है कि सभी छात्रों को कोरोना जांच कराना अनिवार्य होगा. मिली जानकारी के मुताबिक, अगले दो हफ्तों के दौरान केवल जरूरी स्टाफ को हॉस्टल या कैंपस में जाने की अनुमति होगी.

इसके अलावा प्रैक्टिकल और लेबोरेटरी क्लासेस को भी कैंसिल कर दिया गया है. MIT प्रशासन ने केवल थ्योरी क्लास लेने की अनुमति दी है जो कि ऑनलाइन ली जाएगी. कर्नाटक स्वास्थ्य मंत्रालय की माने तो राज्य में बुधवार को कोरोना के 1275 नए मामले दर्ज हुए हैं वहीं, 4 लोगों की मौत हुई है. जिसके बाद राज्य में संक्रमितों का कुल आंकड़ा 9 लाख 63 हजार हो गया है. वहीं, 1207 लोगों ने महामारी की चपेट में आकर जान गवां दी है.

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