देश में कोरोना की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। इस रफ्तार की चपेट मे आने से फिल्म इंडस्ट्री भी अब बची नहीं है. पिछले दिनों एकता कपूर, विशाल ददलानी, खुशी कपूर जैसे सेलेब्स कोरोना की चपेट में आए थे. ऐसे में अब महान गायिका और स्वर कोकिला लता मंगेशकर कोरोना पॉजिटिव हो गई हैं.
महामारी की चपेट में आने के बाद उनकी उम्र को देखते हुए उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। दिग्गज सिंगर लता मंगेशकर के कोविड-19 संक्रमित होने की पुष्टि उनकी भतीजी रचना ने की है। रचना ने बताया कि लता मंगेशकर को कोरोना के मामूली लक्षणों के साथ अस्पताल लाया गया है। फिलहाल वह ठीक है, चिंता की कोई बात नहीं है केवल एहतियाती कारणों के चलते उन्हें आईसीयू में रखा गया है।
बता दें कि महाराष्ट्र में रहने वालीं लता मंगेशकर की उम्र 93 वर्ष है, और वह अपने परिवार के साथ रहती हैं। उनकी देखभाल में डॉक्टरों की एक टीम को लगाया गया है।
कोरोना वायरस की शुरुआत से अब तक मशहूर सिंगर लता मंगेशकर महामारी से खुद को दूर रखने में कामयाब रही थीं, हालांकि ओमिक्रॉन के प्रकोप के बाद बढ़े संक्रमण से वह भी कोरोना की चपेट में आ गई है।
लता मंगेशकर को कोरोना के अलावा पहले से कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी है. जिसकी वजह से डॉक्टर ने उन्हें ऑब्जर्वेशन में रखा हुआ है. इससे पहले लता मंगेशकर को नवंबर 2019 में सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
आपको बता दें कि भारत रत्न लता मंगेशकर भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका हैं जिनका छ: दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। जिनकी आवाज़ ने छह दशकों से भी ज़्यादा संगीत की दुनिया को सुरों से नवाज़ा है।
इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर ने 1,000 से अधिक हिंदी फिल्मों के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रीय और विदेशी भाषाओं में हजारों गानों को अपनी आवाज दी है. उनका अंतिम एल्बम दिवंगत फिल्म निर्माता यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित 2004 की फिल्म “वीर जारा” के लिए था. लता मंगेशकर का अंतिम गीत “सौगंध मुझे इस मिट्टी की” था, जिसे 30 मार्च, 2021 को भारतीय सेना को श्रद्धांजलि के रूप में रिलीज किया गया था. उन्हें 2001 में सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. लता मंगेशकर को पद्म भूषण, पद्म विभूषण, दादा साहब फाल्के पुरस्कार और कई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों सहित कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है. लता जी को सर्वाधिक गीत रिकार्ड करने का भी गौरव प्राप्त है।
उनकी आवाज़ सुनकर कभी किसी की आँखों में आँसू आए, तो कभी सीमा पर खड़े जवानों को सहारा मिला। लता जी आज भी अकेली हैं, उन्होंने स्वयं को पूर्णत: संगीत को समर्पित कर रखा है।
कहते हैं की सफलता की राह कभी भी आसान नहीं होती है। लता जी को भी अपना स्थान बनाने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पडा़। कई संगीतकारों ने तो आपको शुरू-शुरू में पतली आवाज़ के कारण काम देने से साफ़ मना कर दिया था। लेकिन धीरे-धीरे अपनी लगन और प्रतिभा के बल पर उनको काम मिलने लगा। लता जी की अद्भुत कामयाबी ने लता जी को फ़िल्मी जगत की सबसे मज़बूत महिला बना दिया था। यही वजह है की भारत रत्न से सम्मानित लता मंगेशकर के कोरोना संक्रमित होने की खबर से उनके फैंस काफी चिंतित हैं।
लता मंगेशकर के परिवार ने फैंस से आग्रह किया है कि वह परिवार की निजता का सम्मान करें, और दिग्गज सिंगर को अपनी प्रार्थनाओं में याद रखें।
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