प्रदेश में टोमैटो फ्लू से बचाव के लिए गाइडलाइन जारी कर दी गई है। केरल, तमिलनाडु, हरियाणा, उड़ीसा सहित अन्य राज्यों में इस बीमारी के मरीज मिलने के बाद केंद्र सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है। प्रदेश के संचारी रोग निदेशक ने इसी गाइडलाइन को सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को भेजा है। इसमें कहा गया है कि बुखार के बाद अगर त्वचा पर चकते दिखे तो चिकित्सक को जरूर दिखाएं।
गाइडलाइन में बताया गया है कि टोमैटो फ्लू के इलाज के लिए कोई खास दवा नहीं है। इसमें हाथ, पैर और मुंह में छाले दिखाई पड़ते हैं। आमतौर पर यह बीमारी 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को होता है। हालांकि वयस्क भी इसके शिकार हो सकते हैं। ऐसे में स्कूलों में बच्चों को टोमैटो फ्लू के लक्षणों के बारे में जानकारी दी जाए। उन्हें बताया जाए कि किसी बच्चे के हाथ, पैर अथवा मुंह में छाले हैं तो उसके संपर्क रहने से बचे।
क्या हैं लक्षण
टोमैटो फ्लू में भी अन्य वायरल संक्रमण की तरह बुखार आता है। थकान के साथ बदन दर्द होता है और त्वचा पर चकत्ते पड़ जाते हैं। कई बार ये चकत्ते टमाटर के आकार में होते हैं। यह बीमारी कई बार डेंगू, चिकनगुनिया के बाद भी होता है। यह संपर्क से दूसरे लोगों में फैल सकता है। छोटे बच्चों में नैपी के इस्तेमाल, गंदी सतहों को छूने और चीजें सीधे मुंह में डालने से भी संक्रमण का खतरा है।
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