कैसे बना एक समाजवादी प्रेमवादी? मुलायम के प्रेम गाथा।

My Bharat News - Article 6d4a8591 ccb2 422d aa39 9a9b3701ad41
My Bharat News - Article dd1b2368 ea42 4942 b97a 033bb4947932

कहानी शुरू होती है 40 साल पहले, यानी 1982 से…
देश में कांग्रेस टूट रही थी। UP में पिछड़ा वर्ग, खासकर यादवों का दबदबा बढ़ रहा था। मुलायम सिंह यादव तब सबसे ज्यादा चर्चा में थे। तब समाजवादी पार्टी नहीं थी। राष्ट्रीय लोकदल था।

उसी समय औरैया जिले के बिधूना के रहने वाले कमलापति की 23 साल की बेटी साधना गुप्ता नर्सिंग की ट्रेनिंग कर रही थीं। वह राजनीति में कुछ करना चाहती थीं। वह राजनीतिक कार्यक्रमों में आती थीं।

उसी दरम्यान मुलायम की आंखें उससे टकराईं। तब क्या हुआ और क्या नहीं, सिर्फ एक ही शख्स जानता था। उनका नाम था- अमर सिंह। अब वह नहीं रहे।

ये तस्वीर एक समारोह की है। वहां मुलायम सिंह भी थे। लेकिन 2003 के पहले दोनों एक साथ नहीं आते थे। –
ये तस्वीर एक समारोह की है। वहां मुलायम सिंह भी थे। लेकिन 2003 के पहले दोनों एक साथ नहीं आते थे।

My Bharat News - Article 6d4a8591 ccb2 422d aa39 9a9b3701ad41


सुनीता ऐरॉन की किताब में सामने आई मुलायम के रिलेशनशिप की डिटेल्स
एक जर्नलिस्ट और राइटर हैं, सुनीता ऐरॉन।
सुनीता के मुताबिक, “शुरुआत में साधना और मुलायम की आम मुलाकातें हुईं। मुलायम की मां की वजह से दोनों करीब आए। मुलायम की मां मूर्ति देवी बीमार रहती थीं। साधना ने लखनऊ के एक नर्सिंग होम और बाद में सैफई मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मूर्ति देवी की देखभाल की।”

गलत इंजेक्शन लगाने से रोकने पर इंप्रेस हुए मुलायम
सुनीता ऐरॉन लिखती हैं, “मेडिकल कॉलेज में एक नर्स मूर्ति देवी को गलत इंजेक्शन लगाने जा रही थी। उस समय साधना वहां मौजूद थीं और उन्होंने नर्स को ऐसा करने से रोक दिया। साधना की वजह से ही मूर्ति देवी की जिंदगी बची थी।”

मुलायम इसी बात से इम्प्रेस हुए और दोनों की रिलेशनशिप शुरू हो गई। तब अखिलेश यादव स्कूल में स्टूडेंट थे। दरअसल, साधना खुद नर्स रही हैं। उन्होंने शुरुआती दिनों में कुछ दिनों तक नर्सिंग होम में काम भी किया है। इसलिए उन्हें इंजेक्शन का आइडिया था।

6 साल तक अमर सिंह ने मुलायम की लव-स्टोरी छिपाए रखी
साल 1982 से 1988 तक अमर सिंह इकलौते ऐसे शख्स थे जो जानते थे कि मुलायम को प्यार हो गया है। उन्होंने किसी से कहा नहीं। आखिर, मुलायम के घर में उनकी पहली पत्नी मालती देवी और बेटे अखिलेश जो मौजूद थे।

साल 1988, तीन चीजें एक साथ हुईं

मुलायम मुख्यमंत्री बनने की एकदम चौखट पर आ खड़े हुए।
साधना अपने पति चंद्र प्रकाश गुप्ता से अलग रहने लगीं। उनकी गोद में एक बच्चा था।
मुलायम ने अखिलेश को साधना से मिला दिया