कानपुर में छह लोगों की जान लेने वाले ई-बस चालक सतेंद्र सिंह यादव से पुलिस ने कई घंटे पूछताछ की। मंगलवार की सुबह बस चालक ने जेल जाने से पहले उसने कहा कि मैंने शराब पी रखी थी। कुछ लोगों ने मुझे पीटा था। इसलिए मेरे अंदर गुस्सा भर गया था । गुस्से में ही बस चलाता रहा और रौंदकर निकल गया। मुझे समझ ही नहीं आया कि हो क्या रहा। आखिर में जब बस टकराकर रुकी तब समझ आया कि बहुत लोग कुचल गए हैं। इसलिए वहां से भाग गया। दरअसल, सतेंद्र जब यात्रियों को लेकर रामादेवी से घंटाघर की तरफ रवाना हुआ था तभी वह भयंकर नशे में था। जब गलत तरीके से रफ्तार में बस चलाई तो यात्री उतर गए थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने उसका पीछा कर बस रुकवाई और उसे पीटा था। जिसका वीडियो वायरल हुआ था। घटना के दस-पंद्रह मिनट बाद ही सतेंद्र ने बेकाबू बस से हादसा कर दिया।
पूछताछ में सतेंद्र बोला कि वह लगभग हर दिन शराब पीता था। कई बार उसने शराब के नशे में बस चलाई। तब कुछ ऐसा नहीं हुआ। उस रात शराब की मात्रा बहुत ज्यादा हो गई थी। इसलिए कुछ समझ नहीं आ रहा था। चूंकि ड्यूटी करनी थी इसलिए बस लेकर चला गया। बस में ही बैठक कर उसने कई बार शराब पी थी।

आपको बता दें कि कानपुर में घंटाघर चौराहे से टाटमिल की तरफ जाने वाली एक ई-बस ने रविवार रात आधा दर्जन वाहनों में टक्कर मारते हुए 15 लोगों को चपेट में ले लिया था। इसमें छह लोगों की मौत हो गई थी। घायलों में कई की हालत गंभीर है। हादसे में मोहम्मद अरसलान (21), सुनील उर्फ ट्विंकल सोनकर (30), शुभम सोनकर (24), रमेश कुमार यादव (46), अजीत कुमार (62) व कैलाश (48) की मौत हो गई थी।
रेलबाजार पुलिस ने मृतक के परिजनों की तहरीर पर चालक सतेंद्र सिंह यादव पर हत्या, हत्या का प्रयास, लापरवाही से गाड़ी चलाने समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। सतेंद्र सिंह मूलरूप से कानपुर देहात के गजनेर थाना क्षेत्र स्थित रघुनाथपुर गांव का रहने वाला है।
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